-बवाल में एआईएमआईएम व पीएफआई जैसे संगठनों की चल रही जांच
-हिंसा में शामिल 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा हुआ दर्ज, क्षति की वसूली हुई शुरु
कानपुर। कानपुर में हुए बवाल व हिंसा में भड़काने में भीड़ के साथ सिमी व डी-टू गैंग के लोगों का नाम सामने आया है। पुलिस ने अपराधी गिरोह के लोगों का भीड़ में शामिल होने पर जांच के साथ उनकी तलाश शुरु कर दी है। इसके साथ ही एआईएमआईएम व पीएफआई जैसे संगठनों के लोगों का भी शुरुआती जांच में कोई नाम सामने नहीं आया है। इसकी जांच चल रही है, जैसे-जैसे लोगों के नाम सामने आएंगे, उन्हें कार्यवाही में शामिल करते हुए उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
यह बातें बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद सीएए व एनआरसी को लेकर जनपद में भड़की हिंसा पर मंगलवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने जानकारी देते हुए कही। एसएसपी ने बताया कि बवालियों के खिलाफ कुल 17 मुकदमें दर्ज हुए हैं। दो मुकदमें यतीमखाना के बेकनगंज में और 15 बाबूपुरवा में दर्ज किए गए हैं। अभी बलवाइयों को वीडियो फुटेज के आधार पर चिन्हित कर रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि इस बवाल के दौरान कुल 40 सिपाही और दो दरोगा घायल हुए थे। उन्होंने बताया कि पीएफआई और एआईएमआईएम के बिन्दुओं पर जांच चल रही है। फिलहाल इनके नाम व भीड़ में लोगों का हिस्सा रहने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।
उन्होंने कहा कि मुंह बांधे लोगों के चेहरे विशेष तकनीकी के द्वारा बेनकाब होंगे। बवाल में शामिल आठ लोगों से फिलहाल वसूली की प्रक्रिया शुरू हो रही है। सात उपद्रवी यतीमखाना बवाल में जेल गए हैं। जिन्होंने कानून हाथ में लिया है उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से भी काम किया है, इस बिंदु पर जांच की जा रही है। एसएसपी के मुताबिक बाबूपुरवा में हुए बवाल में 50 नाम चिन्हित किये गए हैं। जिनके खिलाफ पोस्टर चस्पा करने के साथ धरपकड़ के लिए कार्यवाही तेज कर दी गई है।
पुलिस की और से नहीं की गई फायरिंग
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने सामने से कोई फायर नहीं किया। पुलिस कर्मियों ने हिंसक भीड़ में भय पैदा करने के लिए हवा में फायरिंग की गई। केवल चार फायर नाइन एमएम से किए गए हैं बाकी आंसू गैस के गोले और प्लास्टिक बुलेट चलाई गईं।
नहीं थी बवाल की आशंका
एसएसपी ने कहा कि बवाल होने की आशंका नहीं थी। तैयारी के अनुसार नमाज के बाद सिर्फ प्रदर्शन होना था, जिसको लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं से बातचीत कर ली गई थी। लेकिन कुछ लोगों ने उकसाने का काम किया। उनके मुताबिक शहर में 352 मस्जिदें हैं और लोग 175 मस्जिदों से नमाज के बाद निकले हैं। तकरीर में भी कुछ मस्जिदों से बेहतर संदेश न देना भी माहौल बिगाड़ने वाला रहा है।
जनपद का माहौल शांतिपूर्ण व बवालियों से होगी वसूली
जिले में हुए उपद्रव के बाद अब माहौल शांतिपूर्ण है। मंगलवार को एसएसपी के साथ विजय विश्वास पंत पुलिस लाइन में मीडिया से मुखातिब हुए और यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुबह बवालग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया और लोगों से अमन की अपील के साथ रोजमर्रा के कार्यों व बाजार खोलकर कामकाज करने की अपील की। जिलाधिकारी ने बताया कि अभी बलवाइयों को वीडियो फुटेज के आधार पर चिन्हित कर रहे हैं। पोस्टर जारी किए गए हैं उनको शहर के प्रमुख स्थानों पर चस्पा किया जा रहा है। पुलिस व प्रशासन का सहयोग करने और सूचना देने वालों को पुरस्कार दिया जाएगा। डीएम ने विश्वास दिलाया कि कानपुर में भड़की हिंसा में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं नहीं जाएग, उन्हें जेल भेजा जाएगा, ना कि बेगुनाह को। अभी तक बवाल व आगजनी में 10 लाख की क्षति होने की बात सामने आई है। बवाल में शामिल आठ लोगों से फिलहाल वसूली की प्रक्रिया शुरू हो रही है।
भीड़ में शामिल सिमी व डी-टू गैंग के लोगों भड़काई कानपुर में हिंसा - एसएसपी