एचआईवी जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को किया जागरूक

क्षय रोग अधिकारी द्वारा आज एचआईवी जागरूकता रैली निकाली गई। पहली बार यह रैली 1988 को निकाली गई थी। जिसके चलते वर्ल्ड एड्स डे मनाया गया था आज जागरूकता रैली निकाली गई और एचआईवी एड्स के मरीजों को यह संदेश दिया गया कि हम सब उनके साथ खड़े हुए हैं क्योंकि इस बीमारी के साथ सबसे ज्यादा लांछन रहता है। इस का जो प्रचार प्रसार हैं वह सुरक्षित यौन संबंध है। हमारे समाज मे सब कुछ माफ है बस यही एक बीमारी माफ नहीं है। एचआईवी के मरीज के लिए भेदभाव की भावना परिवार से ही चालू हो जाती है। उसके बाद समाज यार दोस्त हर जगह शुरू हो जाती है। लोगों को जैसे ही यह पता चलता है कि आप एचआईवी के मरीज हैं तो उनकी भावना आपके प्रति बदल जाती है हम हर महीने कम से कम 10000 लोगों की काउंसलिंग कर रहे हैं और जिनको एचआईवी निकलता है तो उनको हम लोग ए आर डी सेंटर में भर्ती कर रहे हैं वहां उनका इलाज चल रहा है और वह एक बेहतर जिंदगी जी रहे हैं। एचआईवी की बीमारी इतनी गंभीर बीमारी नहीं है पर जब यह एचआईवी एड्स में कन्वर्ट हो जाता है तो मरीज के उल्टे दिन चालू हो जाते हैं। टीवी अस्पताल से यह रैली निकाली गई और शहर में जगह-जगह घूम कर लोगों को जागरूक किया।