कानपुर। बिधनू थानाक्षेत्र अंतर्गत कर्ज से परेशान राजमिस्त्री ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजते हुए कार्रवाई की।
जानकारी के अनुसार, मूलरुप से गोंडा निवासी राजमिस्त्री राजाराम यादव (26) मौजूदा समय में बिधून के सागरपुरी स्थित एलआईजी कॉलोनी में किराये के मकान में रहता था। चार साल पूर्व उसने खाड़ेपुर की रहने वाले उपासना से लव मैरिज की थी। दोनों के एक दो वर्षीय बेटा है। राजमिस्त्री राजाराम का छोटा भाई मां को लेकर धोबिन पुलिया के पास रहता है। मंगलवार को राजमिस्त्री का मोबाइल न उठने पर छोटा भाई राज उसे देखने पहुंचा तो कमरे में बिजली के तार से उसका शव लटका देखा। बड़े भाई का शव फांसी पर लटकते देख छोटे भाई के होश उड़ गए। सूचना पर मां व मायके में रह रही पत्नी भी आ पहुंची और शव से लिपट कर बिलखने लगे। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए परिजनों से पूछताछ की।
कर्ज बना आत्महत्या की वजह
पत्नी उपासना ने बताया कि पति का कामकाज नहीं चल रहा था। कई बार उसने मायके से भी पैसे लेकर पति की मद्द की। बावजूद स्थिति नहीं सुधरी और हालात बिगड़ते चले गए। पत्नी की माने तो मौजूदा समय में पति पर कई लोगों से चार लाख रुपये का कर्ज ले रखा था और उसे न लौटा पाने के चलते वह परेशान रहते थे। दो माह पूर्व कर्ज से परेशान होकर पति से विवाद के बाद वह मायके जाकर रहने लगी थी। कर्ज से ही आजिज होकर राजमिस्त्री पति ने आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंचे सेन चौकी इंचार्ज मनोज कुमार दीक्षित ने शव को पोस्टमार्टम भेजा। उन्होंने बताया कि पूछताछ में कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की बात परिजनों द्वारा बताई जा रही है।
कर्ज में डूबे राजमिस्त्री ने फांसी लगाकर की आत्महत्या