लखीमपुर जनपद में बेखौफ होकर खनन का कारोबार चरम सीमा पर चल रहा है।
आपको बता दें कि शासन प्रशासन को ताक पर रखकर दिन-रात खनन का कारोबार चलाया जा रहा है ।
जिस से उपजाऊ जमीनों की उर्वरा शक्ति नस्ट कर तालाबों के रूप में परिवर्तित तो किया ही जा रहा है ।
वही राजस्व को बहुत बड़ी छति पहुचाई जा रही है साथ ही आम जनमानस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
दिन रात सड़कों पर फर्राटे भर रही खनन की ट्रालियो से ट्राफिक में आम जनमानस तो जूझ ही रहा है वहीं दुर्घटनाओं का प्रतिशत बढ़ाने में खनन की ट्रालिया काफी योगदान दे रही है ।
साथ ही सड़कों पर फर्राटे भर रही खनन की ट्रालियों से उड़ रही धूल से स्वास की नई बीमारियां अस्थमा आदि उत्पन्न हो रही है ।
फिर भी जिम्मेदार मूकदर्शक होकर खनन का पूरा खेल देख रहे हैं जनपद के विभिन्न स्थानो मोहम्मदी मितौली, फूलबेहड़, बेहजम, गोला आदि जगहों पर सफेदपोश और खाकी के गठजोड़ से दिन-रात गरज रही जेसीबी।
पूरे प्रकरण पर जिम्मेदार कुछ भी बोलने को तैयार नहीं।
आखिर क्यों मेहरबान है स्थानीय पुलिस खनन माफियाओं पर कब होगी कार्रवाई।