सड़क निर्माण के कार्य को कराने वाली एक निजी एजेंसी द्वारा एकदम खुले रूप से बाल श्रम को से मजदूरी करा कर उड़ाई जा रही हैं। श्रम कानूनों की धज्जियां मामले की जानकारी श्रम प्रवर्तन अधिकारी को दिए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने अपने जवाब में अपनी मौजूदगी में नही था यह बात कहकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली।
सड़क निर्माण कार्य मे करवाई जा रही बाल मजदूरी, अधिकारी बने मूकदर्शक