संवेदनशील क्षेत्रों का एडीजी-आईजी करते रहे दौरा, डीएम-एसएसपी ने पर्चे बांटकर दूर की भ्रांतियां

-पटरी पर लौट रही तनावग्रस्त इलाकों में जिंदगी, खुले बाजारों के बाद मंगलवार को लौटी रौनक



कानपुर। नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के विरोध में कानपुर में हुए उपद्रव के बाद अब अमन-चैन का माहौल दिखने लगा है। सोमवार के बाद मंगलवार का दिन और बेहतर रहा और संवेदनशील इलाकों में बाजार खुलने के साथ ही माहौल पटरी पर लौटता दिखा। इस बीच एडीजी, आईजी ने तनावग्रस्त क्षेत्रों को घूम-घूमकर जायजा लिया और लोगों से शांति कायम करने की अपील की। डीएम व एसएसपी ने इलाकों में घूमकर लोगों को संशोधन अनिनियम के पर्चे बांटकर भ्रांतियों को दूर किया।
अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) प्रेम प्रकाश मंगलवार को तनावग्रस्त इलाके यतीमखाना पहुंचे। यहां पर उन्होंने सद्भावना चौकी से लेकर संवेदनशील इलाकों में घूम-घूमकर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय लोगों से बिना किसी भय के बाजार खोलने व कामकाम करने के साथ ही शांति व्यवस्था कायम करने की अपील की। पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) मोहित अग्रवाल भी हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचे और जनता से संवाद कर बाजार खोलकर कामकाज करने को कहा। आईजी ने यहां के व्यापारियों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
डीएम-एसएसपी ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में बांटे पर्चे
बीते जुमे के बाद तीन दिन डीएम और एसएसपी ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में घूमकर सभी का हालचाल लिया। अधिकारियों ने सभी को रोजाना की तरह जीवन जीने के साथ उनकी तकलीफों के बारे में भी पूछा। इस दौरान अफसरों ने हाथों में सीएए से जुड़े पर्चों को भी जनता के बीच बांटकर इस एक्ट से जुड़ी भ्रांतियों को दूर किया।
लोगों से संवाद कर दूर की शंकाएं
उपद्रव के खिलाफ पुलिस ने पूरी ताकत से मोर्चा लिया, तो दूसरी तरफ लोगों के मन से नागरिकता कानून से जुड़ी शंकाओं का भी समाधान किया। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि सीएए को लेकर लोगों के मन में जो भ्रम था, वह उनसे बात कर दूर किया गया है। उन्होंने कहा कि जनता से संवाद के दौरान उन्हें भय में न रहने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद अब आम जनजीवन अपनी रौ में लौट रहा है। एहतियात संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पिकेट और मोबाइल पार्टियों को तैनात रखते हुए कड़ी निगहबानी की जा रही है