विधायक की परीक्षा में फेल हुई एंबुलेंस, सीएमओ को सांसद ने लगायी फटकार


- सीएमओ ने 10 मिनट का बताया समय, आधा घंटा देर से पहुंची एंबुलेंस

कानपुर। प्रदेश सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद एंबुलेंस सेवाएं आम जनमानस की उम्मीदों में खरा नहीं उतर रही हैं। लगातार इस तरह की मिल रही शिकायतों को देखते हुए सोमवार को भाजपा एमएलसी ने सीएमओ से एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम पूछा तो सीएमओ ने 10 मिनट बताया। इस पर विधायक ने एक झूठी खबर देकर एंबुलेंस बुलाया पर वह 10 मिनट के बजाय 40 मिनट में पहुंची। इस पर वहां पर मौजूद भाजपा सांसद ने सीएमओ को फटकार लगाते हुए कहा कि ऐसे में सरकार की छवि धूमिल होती है और दोबारा ऐसी शिकायत मिली तो मुख्यमंत्री से शिकायत की जाएगी।
विकास भवन सभागार में सोमवार को सांसद अशोक कुमार रावत की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गयी। जिसमें अफसरों ने जो दावे किये थे उसकी हकीकत परखने में तस्वीर पूरी तरह से उल्टी दिखी। सबसे पहले भाजपा एमएलसी अरूण पाठक ने सीएमओ डा. अशोक कुमार शुक्ला से पूछा कि किसी भी हादसे पर जब कोई सूचना दी जाती है तो कितने समय पर एंबुलेंस मौके पर पहुंचती है। इस पर सीएमओ ने बताया कि 10 मिनट में एंबुलेंस पहुंच रही है। इसके बाद वहीं पर विधायक ने फोन किया और झूठी खबर दी कि गीता नगर क्रासिंग पर एक सड़क दुर्घटना हो गयी है। सूचना देने के बाद विधायक खुद बताये हुए पते पर जा पहुंचे और 40 मिनट में एंबुलेंस पहुंची। इस पर सांसद ने सीएमओ को जमकर फटकार लगाई और स्वास्थ्य सेवाओं को जनपद में सही से संचालन के लिए कहा। सांसद ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार आम जनमानस की सुविधाओं को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं पर पैनी नजर रखे हुए है और बराबर योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचाना आप लोगों का दायित्व है।